अला जला फिकिरती कजरका र:दत

 

    अला जला फिकिरती कजरका र:दत

    खेखेल नू ने उबार ननो (भैया) ।।2।।

 

1. खद खरो घी फीकिर अकय ओत्था ।

    भैया बहिन घी चिर्खी अजम ओत्था ।।2।।

    अयंग अरा, बंग्गारिन एरना गा रईः दीम

    खेखेल नू ने उबार ननो (भैया) ।।2।।... अला,जला ..

 

2. रोगे दुक्खे बरचा कोंहा फिकरद ।

    चेप बरखा घट्टरा, अकय खिलपत ।।2।।

    परिबन अम्बर एका तरा कालोय को ।

    ख़ेख़ेल नू ने उबार ननो (भैया) ।।2।। अला जला

 

3. ख़ेख़ेलता फीकरद कयन चीपया

    दुक्खे अरा खिलपत जीयन चीपया ।।2।।

    गोड़ा बेलखा घुट्टु माखा एसनो ।

    "ख़ेख़ेल नू ने उबार ननो (भैया) ।।2।। अला जला

 

4. "यीशु उर्बस ब:दस एंग्गन एरके

    निग़्है हुरमी चिर्खिन एंग्गा चिःके ।।2।।

    एका तरा हूँ मला, एंघे गुसन ब-रके

    "ख़ेख़ेल नू एन उबार ननोन (भैया) ।।2।। अला जला

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