वचन तो पाप के छोड़ा कहेला
धरम कर डहर में चला कहेला।।2।।
1 लुका वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
2 मत्ती वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
3 यहून्ना वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
4 नीतिवचन के खोलना पढोना रे।।2।।
5आशीष वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
6 मरकुस वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
7 उद्धार वचन के खोलना पढोना रे।।2।।
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सादरी भजन