तोर बिना -2 कैसे जाबुं पार रे सोना
तोर बिना मोर प्रभु कैसे जाबु पार।। 2।।
1. जीवन केर समुंदर माझे,
डोंगा मोर डगामगा डोले।। 2।।
दुनियाॅ में प्रभु मोर काया के हेरालों
जिया के गवालों, स्वर्ग डहारे तोहें सहारा,
षालीम डहारे तोहें सहारा।
2. दुनियाॅ में प्रभु मोर मना के हेरालों
मति के गवालों, स्वर्ग डहारे तोहें सहारा,
षालीम डहारे तोहें सहारा।
मन वचन करम से पापी बईन गेलों,
जान के गावालों, स्वर्ग डहारे तोहें सहारा,
षालीम डहारे तोहें सहारा।
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सादरी गीत