को. मेल प्रेम जीवन कर रीझ हिके भया
प्रभु यीशु प्रीत हिके बहिन।।2।।
खो न जाबे दुनियां केर माया मोह से।।2।।
1. पड़ोसी प्रेम-मेल प्रेम हिके भया
मेल प्रेम हिके बहिन।।2।।
2. यीशु प्रेम-मेल प्रेम हिके भया
मेल प्रेम हिके बहिन।।2।।
3. मसीही प्रेम-मेल प्रेम हिके भया
मेल प्रेम हिके बहिन।।2।।
4. पिता कर प्रेम-मेल प्रेम हिके भया
मेल प्रेम हिके बहिन।।2।।
Tags
सादरी भजन