बढ़े दूर से गुतिया मन आईगेलौं रे सोना

1. बढ़े दूर से गुतिया मन आईगेलौं रे सोना 
हमरे कर मण्डली में ।।2।।

आवा सोभे रे भईया 
आवा सोभे रे बहिन
आनंद से स्वागत करब
खुशी दिल से स्वागत करब

2. नदी नाला पार कईर के आईगेलौं रे सोना 
प्रभु कर दया आशीष ।।2।।

3.दुख संकट पार कईर के आईगेलौं रे सोना 
प्रभु कर दया आशीष ।।2।।

4. हाँथ धोऊँ प्रेम से माला के पीनधाऊ रे सोना
हमरे कर मेहमान मन के ।।2।

5. हाँथ जोडू प्रेम से यीशु सहाय रे सोना 
हमरे कर मेहमान मन के ।।2।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form