तोही ल बुलावत थावयं तोही ल पुकारत हवंव

 तोही ल बुलावत थावयं

तोही ल पुकारत हवंव

सुन ले पुकार प्रभु तैं मोरे राजा (2)


1. लौट के आजा यहोदा बचाले तैं प्राण मोरे (2)

करुणा के निमित प्रभु कर दे उद्धार मोर (2)


2. कहरते कहरते गला सुखागे प्रभु आंसू (2)

धारे प्रभु खटिया भिगा थे (2)


3. मोर आंखी ह प्रभु शोक पीड़ा म (2)

सतैया के मारे प्रभु धुंधलागे आंखी मोर(2)

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