ईश्वर कर वचन हीरा मोती वचन
ऐको बिन्दु एको कड़ी
कभी नहीं टली।।2।।
1. पहाड़ टली-पर्वत डली
सोभे टली जाय हो...........
2. आकाष डोली-पृथ्वी डोली
सोभे टली जाय हो...........
3. नदी सूखी-नाला सूखी
सोभे टली जाय हो...........
4. लड़ाई होवी-झगड़ा होवी
सोभे टली जाय हो...........
5. मरी होवी-मृत्यु होवी
सोभे टली जाय हो...........
6. आकाल होवी-मृत्यु होवी
सोभे टली जाय हो...........
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सादरी भजन