मेरे जीवन का मकसद तू है

मेरे जीवन का मकसद तू है, 
मेरे जीने का कारण तू है, 
मैं जीऊं या मरूं, वो तेरे लिए है।
तू मेरा प्रभु... 

1. पिछला सब भुलकर,मैं आगे को दौड़ा चलूं
जो मेरे धन था,उसको मैं त्याग दूं 121 
कि मैं पाऊं उससे पुरस्कार,दौड़ा मैं जाऊं.
मैं जीऊ या... 

2. मुझपर हुई है कृपा, बेकार न जाने दूं, 
जिसने मुझे है चुना उसकी ओर मैं बदूं ।2। 
देखू तेरी सलीब पर,खींचा मैं जाऊं... 
मैं जीऊ या.......

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