कोरस - मनवा रे दुनिया कर सिंगार, ओके तो छोड़ेक होवी - 2
1. दुनिया केर श्रृंगार लड़ाई - झगड़ा हेके, ओके तो छोड़ेक होवी - 2
2. दुनिया केर सिंगार हड़िया - दारु हेके, ओके तो छोड़ेक होवी - 2
3. दुनिया केर सिंगार गिर्जा - बिन्ती हेके, ओके तो धारेक होवी - 2
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सादरी भजन