तैंह आसा न छोड़

 तैंह आसा न छोड़

चरनी सम जनस लेवर्डया के (2)


1. ओ नेवते गए रहे काना नगर मं

ओला बसले अपन नजर मं (2)

पानी ला दाखरस बनाइया के गा भैय्या

पानी ला दाखरस बनाइया के


2. विधवा माँ के बेटा नाईन नगर मं (2)

वह बैठे रोवत रहे मृत्यु के दरद मं

मुरदा ला जिन्दा करोइया के गा भैय्या

मुरदा ला जिन्दा करइया के

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