धर्मी आलर घी बिन्ती ती अकय नलख मनी
अजकोत नलख मनी ।।2।।
1. पापा क्षमा मनी, रोगे कोडे मनी ।।2।।
2. बहिरर मेननर अंधरार घी खन्न कोलरी।।2।।
3. किडर गे मण्डी ओनकर गे अम्म खक्री ।।2।।
4. नाद मुदा उरखी बुग्गी एरके खोखा मला किरी रे ।।2।।
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कुडूख भजन
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आमीन
amen