को. यीशु अवाथे मन फिरावा सिंगार सजावा
महिमा कर राजा अवाथे सनातन प्रभु हल्लेलुया
स्वर्ग कर राजा अवाथे सनातन प्रभु
1. गिरजा कर फाटक के ऊँचा करा चौड़ा करा।।।2।।
2. आत्मा कर फाटक के ऊँचा करा चौड़ा करा।।2।।
2. ह्रदय कर फाटक के ऊँचा करा चौड़ा करा।।2।।
3. मन कर फाटक के ऊँचा करा चौड़ा करा।।2।।
4. स्वर्ग कर फाटक के ऊँचा करा चौड़ा करा।।2।।
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सादरी भजन