प्रभु की आवाज सुन मेरी आत्मा पुकारता तुझे बारम्बार

 

प्रभु की आवाज सुन मेरी आत्मा, पुकारता तुझे बारम्बार .... (2)

छोड दे तू बुराई का रास्ता, जोड ले तू प्रभु से रिश्ता

प्रभु की आवाज ....

1. जीवन तुने उससे है पाया, हाथ पांव और सुंदर काया .....(2)

    जन जन को है तुम्हें सिखाना

    प्रभु की दया , क्षमा और प्रेम महान

    प्रभु की आवाज ....

2. दुनिया जहां को प्रभु ने बनाया, चांद सितारों को उसी ने सजाया ....(2)

    कण कण को है तुम्हें बचाना

    प्रभु की दया , क्षमा और प्रेम महान

    प्रभु की आवाज ....

3. धरती आकाश है प्रभु का डेरा, हर मानव के दिल में बसेरा ...... .(2)

    जन जन को है तुम्हें बताना

    प्रभु की दया , क्षमा और प्रेम महान

    प्रभु की आवाज

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