को०- ओहोरे भईया ।
काहे ले झगरा हो, बहिन रे काहे ले रूसिया हो
दु दिनक ई
जिनगानी में - काहे ले-बहिन रे
1. ई हमर जिन्दगी केर, का
है ठिकाना
केऊ जाने ना, हायरे केऊ जाने ना .......
काइल मोहे जामू
की, तोंहें काइल जाबे
केऊ जाने ना
हायरे केऊ जाने ना .......
आइज रहना काइल
चइल जाना रे .....काहेल
2. हम ऐखन नीके आही, पाछे
का भेवी
केऊ जाने ना
हायरे केऊ जाने ना
राउर संगे भेंट
होवी, कि नहीं होवी
केऊ जाने ना
हायरे केऊ जाने ना
जिन्दगी केर का
है ठेकाना रे ..........हे
3. अपन ले जीयक, सभै
जानै दूसर ले
जिऊ तब ना हायरे
जिऊ तब ना
मनवा जे हमरे
हेकी, ईश्वर के जिऊ में
राखब तब ना
हायरे राखब तब ना
जिन्दगी केर पार
केर ठेकाना ले ...हे