चम्पा चमेली गेंदा रे झोपा झोपा फुले रे

 

टेकः चम्पा चमेली गेंदा रे

    झोपा झोपा फुले रे

    सुरजमुखी फुले ऐसन , जैसन डाइर टुटे रे

    हे मनोवा ऐसन फुलू जेमे महक उठे

    जे देखी तोहर बरे ओहे सिहै के उठे रे चम्पा...

 

1. सरगे मांदर ढोल नगड़ा , जेखन बाइज उठे।

    आसमान से झरना झरे धरती पाइट उठे ।।2।।

    हे मनवा तोर जिउ से प्रेम उमइड़ उठे।

    जे देखी तोहर बटे झरना फुइट उठे रे ,चम्पा......

 

2 अंम्बा मजरे लागेला , पिउ पिया बोले

    सुमन सुइज के दिन राती कुहू कुहइक उठे ।।2।।

    हे मनवा तोर मुंह से ऐसन बोली फुटे

    जे सुनी तोहर बानी ओहे मोहाय उठे रे, चम्पा.....

 

3. हमरे हे की मसीही , ऐसन जिउ में उठे

    ऊँच नीच बड़ छोट केर शेद शव टुटे ।।2।।

    टोला पड़ा गांव घर में एक मन जुटे ।

    जे देखी हमर बटे ओहे ललइक उठे रे, चम्पा......

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