को०- नया जीवन होगा कैसा सुहाना
जहाँ तुम रहोगे, जहाँ मैं रहूँगा,
अनन्त जीवन होगा
1. दुनिया की ये शाम ढल जायेगी
कैसा सुहाना
प्रभु का वो दिन आवेगा ।
जहाँ तुम रहोगे
जहाँ मैं रहूँगा,
अनन्त जीवन होगा
।
2. देखो यीशु का वो बनाया महल
कैसा लुशवना, सोने रुपे से जड़ा है
जो तेरे लिये है
जो मेरे लिये है,
अनन्त के लिये
होगा ।
3. यीशु महीमा की गूंज होबेगी
कैसा सुहाना
ईश्वरीय गीत होवेगा
जहाँ योहन
गावेगा हाँ भी पीतर नाचेगा
अनन्त जीवन होगा
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ईश भजन 2007