एका नगद शोभनर धर्मी आलर

 

टेकः- एका नगद शोभनर धर्मी आलर

    नबे जुनू जुमूर जुमूर डन्डिन परडनर

    जिया कया फरियाईः ।

    निमन बोलता खुशमारईः हरे ।।2।।

 

1. मुंधभारे धरमे खेक्खा जोड़नर

    तंगआ कया बोलतन आसिन एन्दर

    तने पूना सवंग खक्खर डिढ मन्नर

    उज्जना ईर घी महकारईः

    नलख ईर घी झलकारई हरेएका

 

2. नितकी धर्मेश ईरतो चाले नन्दस

    एका डहरे काना तिगाब: दस

    आगे ईरघी उज्जना जनी हरियार का

    औरालरती चाजरका

    पूंप खजपा झबरारका हरे

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