चन्दो लेखा मुहीं निग्हैं बिलिचा लगी रे

 

टेकः- चन्दो लेखा मुहीं निग्हैं बिलिचा लगी रे

    इकला हूँ अमके मड़ेखा चिआ हो ।।2।।

    बिलिचा चिआ भैया बोलिचा चिअय रे ।

    इकला हूँ अमके मड़ेखा चिआ हरो ।।2।।

 

1. नीतिकी पड़रिम खेक्खन जोड़दय

    "भरी उल्ला खतरी ।।2।।"

    धर्मेशघी सन्तेन, जिया नु कुड़दय

    हुर्मी बीरि खतरी ।।2।।

    मुंहीं निग्है चम्पो लेखा बीलची

    इकला हुँ अमके मड़ेखा चिआ हरो ।।2।।

 

2. धर्मशती सबंग खखरका कया

    हरे मला खड़दी, पहें उल्ला माखा परदी ।।2।।

    नलख गही मुल्ली, हरे चेप लेखआ

    उल्ला माखा कीदगी

    मुंही निंग्है चन्दो लेखा बीलची इकला हूँ

 

3. हईः एका ओरतर धर्मेसिन तम्है, अगुआ कमनर

    नीतिकी आर घी उज्जना पुना

    मेर्खा जोखर लेखेरनर ।।2।।

    मुंहीं निंग्है चन्दो लेखा बीलची इकला हूँ

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