हमरे के कोनो नाखे डर जब मसीहा है संग हमर

 

को०- हमरे के कोनो नाखे डर

    जब मसीहा है संग हमर

    हमरे के कोनो नाखे डर

 

1. ऊ हमर आगे-आगे, हम ऊकर पीछे चले लगीला

    कभी-कभी ढूसा-ठूसी चरिला संगे साथी

 

2. पियासो लागेला जीवन झरना बटे लेई चलेना

    जीवन झरना से पीयीला पांतीपांती

 

3. धाम धरी छांव हरी, झड़ी घरी छपरी बटे लेई चलेना

    गोटा परिवार, रहिला संगा साथी

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form