हे हे संगी भाई, अंधरिया रतिया में कैसे जाबे तोंय

 

    हे हे संगी भाई, अंधरिया रतिया में कैसे जाबे तोंय,

    बिना दीया बतिया, अंधरिया रतिया में

 

1. अंधरिया रतिया पर्वत डगरिया

    केहर तोहर संगे जाय रे ।।2।।

    छान भीन करले,

    केकर जगे है दीया केकर जगे बतिया रे हो, अंधरिया

 

2. देखबे धोखा खाबे जुगनू भी चमकेल,

    दीया बतिया नी कहाय रे ।।2।।

    पुछ-ताछ करले

    केकर जगे है दीया केकर जगे बतिया रे हो, अंधरिया

 

3. हम तो जानीला यीशु जीवन की ज्योति

    उकर जगे बतिया है रे ।।2।।

    माँगले उकर से जगे है दीया

    उकर जगे बतिया रे हो अंधरिया

 

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