हायरे हायरे हाय नारी बिना घर सूना

हायरे हायरे हाय नारी बिना घर सूना
नारी बिना, नारी बिना जीवन सूना सूना रे, 
नारी बिना घर सूना _ 2
4. ममता कर रूप धरी, ममता कर रूप धरी
धरती में आय गेल, नारी बिना घर सूना _2
2. दुनिया कर मोह छोड़ी, दुनिया कर मोह छोड़ी
घर के चलाए रे, नारी बिना घर सूना _2
3. घर दूरा संगे संगे, घर दूरा संगे संगे,
कलीसिया चलाए रे, नारी बिना घर सूना _2

        

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