प्रभु कर विश्वासी योध्दा मन अपन के
प्रभु में शक्तिशाली बनावा।।2।।
1. प्रभु कर सम्पूर्ण कवच के आईज धारण काईर लेवा
विश्वास कर अच्छा कुश्ती लड़ेक लागिन ।।2।।
2. अपन अपन कमर में सत्य कर फेटा बाईन्ध लेवा
धार्मिकता कर झोलाम पहिन लेवा ।।2।।
3. अपन अपन विश्वास के ढाल कर रूप में लेइलेवा
शैतान कर जाल से तोरे के बाचाएक लागिन ।।2।।