हायरे हायरे हाय नारी बिना घर सूना






 को. हायरे हायरे हाय नारी बिना घर सूना

नारी बिना, नारी बिना जीवन सूना सूना रे

नारी बिना घर सूना_2


1. ममता कर रूप धरी, ममता कर रूप धरी

धरती में आय गेल

नारी बिना घर सूना_2


2. ऊ घरक दशा देखु, ऊ घरक दशा देखू

नाखे नारी नाखे मान

नारी बिना घर सूना_2

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