नन्नर घी कथन मेना-सेना नाम जुदा
मँजकत
बरा भईया संगेम बरय बहिन संगेम रओत रे ।।
1. एका डण्डीन नीन पाड़ोय आ डण्डीन एन पाड़ोन
पाडुतगे रीझ लग्गो मंनूरगे बेस लग्गो
इरुरगे दवलेकन एथ्ररओत
बरा भईया ...
2. रीझ रंगन अख़ड़ा नू एड़पा कत्थन एड़पानू
मलदव कत्थन अम्बर की
दव कत्थन जियनानुम उय्योत भईया
बरा भईया ...
3. नीन कालोय पूरब एन का लोन पश्चिम
एका से भेंट मनो एका से बात मनो
एका से दुख-सुख अखओत रे ।
बरा भईया ...