को. आशीष तुझसे
चाहते हैं ।
हे स्वर्गीय पिता हम आते हैं
1. न कोई खूबी है न
लियाकत
बख्शो हमको अपनी ताकत
खाली दिलों को लाते हैं - 2
2. हमने बहुत खताएं की
हैं।
रहे निकम्मे जफाएं की हैं
शरम से सर झुक जाते हैं -2
3. तुम हो शक्तिमान
प्रभु जी
दया भी है अपार प्रभु जी
स्तुति हम सब गाते हैं-2
4. भूलो न इन बन्दों को
तुम )
क्रूस पर दुःख जो सहते थे तुम
उस ही प्रेम को चाहते हैं -2