जगा जगा रे भाई बहिन मन।
जगा जगा रे भाई बहिन मन।।2।।
1. गिर्जा जाई के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
2. बिन्ती जाई के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
3. बायबल पईढ़ के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
4. वचन सईन के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
5. समाज काईर के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
6. महिमा काईर के आत्मा के जगावा
सोना लेखे आत्मा के माटी में न मिलावा।।2।।
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हिन्दी भजन