प्रभु में सदा (आनंदित -2) रहो

 प्रभु में सदा (आनंदित -2) रहो।।2।।

1. तुम्हारी कोमलता सब मनुष्यों पर प्रकट हो।।2।।

2. किसी भी बात की चिंता मत करो।।2।।

3. तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती।।2।।

4. परमेश्वर के सन्मुख उपस्थित किए जाए।।2।।

5. परमेश्वर की शांन्ति जो समझा से परे है।।2।।

6. तुम्हारे हृदय विचारों को।।2।।

7. मसीह यीशु में सुरक्षित रहेगी।।2।।


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