को०- जगमग - 2 दिया
जले तोर हायरे हाय ।।2।।
कभियो न बुझे, कभियो न रिझे
जलते रहे दिया
तोर ।।2।।
1. कोन घरी आवी तोर प्रीतम प्यारा, केऊ जाने न
जगमग दिया जले
घटे नही तेल सुनें
कभियो न
.......।।2।।
2 मत को ढियाबे, न नहीं
रे निंदाबे, प्रीतम अचकाले आई
मंगल गीत गाऊ
प्रीतम पायल सुनें
कभियो न
.......।।2।।
3. सुन्दर मुखड़ा तोर मइला नहीं होय,
जीऊ केर ओहे
खुलथे तकदीर सुनूं
अंधरिया भागथे
तकदीर सुनूं
कभियो न .......।।2।।
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ईश भजन 2007