ओहरे हायरे सुन्दर चरिता धरी चलें धीरे डगरे-डगरे

 

को०- ओहरे हायरे सुन्दर चरिता धरी

    चलें धीरे डगरे-डगरे ......... सुन्दर

 

1. सुन्दर चरितावान, गरीबो होई

    तेंहों धनवान -2

    प्रभु पर करे ध्यान बढ़ाय ऊकर ओहे मान

    देवे बुद्धि ज्ञान

    जिन्दगी में ऊकर लेखे केहर भगवान -2

 

2. ऎसन जन धीरजमान, तकलीफों होई

    नहीं मुरझाय - 2

    अपन करम करल जाय, दुनिया करे आय बॉय

    नहीं घबराय

    प्रभु उपरे ओठेंग करी, जीवन बिताय - 2

 

3. ऎसन मनक जिन्दगी पर उपकार

    कहल जायला - 2

    पड़ोसी के अपन लेखे, जात-पात नहीं देखे

    प्यार देवेला

    मोरलो बादे ऐसन जन, अमर होयला - 2

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