प्रभु के सेवा में लगे रहो निराश न होना
मसीही जीवन की सफलता इसी में है हाँ इसी में है।।2।।
1. गिरजा जाने में लगे रहो निराश न होना।।2।।
2. बाईबल पढ़ने में लगे रहो निराश न होना।।2।।
3. प्रार्थना करने में लगे रहो निराश न होना।।2।।
4. समाज करने में लगे रहो निराश न होना।।2।।
5. रोगियों की सेवा में लगे रहो निराश न होना।।2।।
6. प्रभु की सेवा में भुख भी होगा प्यास भी होगा निराश न होना।।2।।
7. प्रभु की सेवा में संकट भी होगा विपत भी होगा निराश न होना।।2।।
8. प्रभु की सेवा में मरी भी होगा मृत्यु भी होगा निराश न होना।।2।।
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हिन्दी भजन