को०- जिऊ जेकर फरियर सोभे दिन रे आनन्द मनाय
जहां जहां जवेना
सभे अपन तरी ।
सोने के देवेना
प्यार के ।।2।।
1. कमियां आदमी सोभे दिन रे परब मनाय - 2
जे भी काम करेना
कामयाबी भारी
घरे दुरा करेना
उबार रे ।।2।।
2. जिऊ जेकर सुन्दर सोभे दिन रे भजन गावै - 2
छउवा पुता भाई
बहिन माय-बाप भारी
गवां भैया करेना
उधार रे ।।2।।
3. दुःख सुख दुनिया के दस्तुर है नहीं घबराय
- 2
जे बटे जावेना
दिया लेखे बरेल
सुन्दर डगर
देखायना ।।2।।
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ईश भजन 2007