को०- पिता मैं अपना, सब कुछ
तेरे चरण में देने आया है
वर दे - 3 कि मैं तेरी जय-जय गाऊँ
विजय का झंडा
उठाने पाऊँ
1. महा महीमामय पिता परमेश्वर, तेरे सिवा पिता कोई नही ।।2।।
महा पराक्रमी
ऐश्वर्य यहोवा तेरे सिवाय और कोई नहीं
2. सर्व उपस्थित अंर्तयामी, तेरे सिवा पिता कोई नहीं ।।2।।
निज लोगों का
रक्षक तू है, तेरे सिवा प्रेमी कोई नहीं
3. तू कहता जो भय मेरा माने उसको मै छोडूंगा
कमी नहीं ।।2।।
इब्राहीम की
आशीष इसमें, उमड़ेगी फिर घटेगी नहीं