धर्मे बाबा हो निग्है चोन्हा

धर्मे बाबा हो निग्है चोन्हा आलार नू अजगुत कोंहा रई ।।2।।

1. आ रोगे नू आ  दुखे बीरी ।।2।।

2. आ कीड़ा नू आ ओनका बीरी ।।2।।

3. आ संकट नू आ बिपत बीरी ।।2।।

4. आ खिलपत नू आ सस्ती बीरी ।।2।।

5. आ काना नू आ बरना बीरी ।।2।।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form