जीवन डहर में, प्रभु मोके ले चलाबे ।।2।।
डहर मोके नियो दिसेला,
डहर मोके नियोग सुझेला ।।2।।
1. पाप काम कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
2. लोभ लालच कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
3. लड़ाई झगड़ा कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
4. चोरी हारी कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
5. हिसगा डाह कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
6. क्रोध विरोध कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
7. आज्ञा उलंघन कईर के,
आत्मा के बेड़ालों, बुद्धि के बेड़ालो ।।2।।
Song Composed by Khrist Pradeep Khalkho
Composed Date : 16/03/2025