जगमग चमकते ये प्यारे

 

    जगमग चमकते ये प्यारे 2

    कभी न बुझते न, कभी मुरझाते ये

    जगमग चमकते ये प्यारे ।।

 

1. पिता यहोवा का, जिनको भी भय है।

    बाणी जो उनकी सुनके चलते हैं ।।

    कभी न उंघते न कभी थकते ।।

    कभी न बूझते न मुरझाते ये ......

 

2. अह्म भावना निन्हें नहीं हैं

    दुखो से डरते वे कभी नहीं हैं

    जितना वो तपते देखो दमकते

    कभी न बुझते न मुरझाते .....

 

3. जिनका भी दिल, यहोवा का मंदिर है

    कभी न मरते वे तो अमर हैं

    प्रभु के हाथों से अमृत पीते

    उमड़ते धार हैं ये कभी नहीं रूकते हैं......

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