जगमग चमकते ये प्यारे 2
कभी न बुझते न, कभी मुरझाते ये
जगमग चमकते ये
प्यारे ।।
1. पिता यहोवा का, जिनको
भी भय है।
बाणी जो उनकी
सुनके चलते हैं ।।
कभी न उंघते न
कभी थकते ।।
कभी न बूझते न
मुरझाते ये ......
2. अह्म भावना निन्हें नहीं हैं
दुखो से डरते वे
कभी नहीं हैं
जितना वो तपते
देखो दमकते
कभी न बुझते न
मुरझाते .....
3. जिनका भी दिल, यहोवा
का मंदिर है
कभी न मरते वे
तो अमर हैं
प्रभु के हाथों
से अमृत पीते
उमड़ते धार हैं
ये कभी नहीं रूकते हैं......
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ईश भजन 2007