को०-- मसीही तो मरते से दिखते ही रहेंगे
पर मरे हुए से
भी वे जीते रहेंगे
1. दुनिया में मारे मारे ये फिरते रहेंगे ।।2।।
पर फिरते हुए से
भी वे बढ़ते रहेंगे .......... मसीही
2. गरीबों ओ कंगालों से दिखते रहेंगे ।।2।।
पर दुनिया को
धनी वे बनाते रहेंगे .......... मसीही
3. निर्बल ओ दुर्बल से दिखते रहेंगे ।।2।।
पर मसीही झंड़ा
जग में फहराते रहेंगे ........... मसीही
4. माना कि तन में उनके खुन नहीं है ।।2।।
सताए हुए हैं
उनमें दम नहीं है ................ मसीही
5. पर जहाँ पर कतरा पसीना घिरा है ।।2।।
लाखों का वही
पसीना जान हुआ है .......... मसीही
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ईश भजन 2007